सट्टा किंग क्या है 

आज के समय में हर कोई जल्द से जल्द अमीर बन जाना चाहता है। ऐसे में कई बार लोग गलत संगत में भी पड़ जाते हैं, जिससे वो वापस नहीं आ पाते है।  ऐसे ही एक पैसे कमाने वाली नशा है , सट्टा मटका  का जुआ खेल। दिखने में यह केवल यह एक  गेम ही दिखता हो लेकिन असल में किंग ऑफ सट्टा या सट्टा मटका एक लीगल गेम नही होता है, जिसमें पैसे कमाने के लिए काफी लोग अपने पैसे खर्च कर देते है। 

सट्टा मटका भारत में काफी लोकप्रिय बन गया है। यह खेल देश विदेश में भी खेला जाता है। इंडियन सट्टा मटका काफी लोकप्रिय है। समय के बदलाव के साथ इसे ऑनलाइन खेल जाना शुरू हो चुका है। ऑनलाइन के लिए हमारे सामने कई सारी वेबसाईट भी है, जिनपर आप सीधा जाकर सट्टे मटके का खेल खेल सकते है। अगर आप भी सट्टा किंग और सट्टा मटका के बारे में नहीं जानते है तो चलिए हम आपको इसके बारे में बताते है। 

सट्टा किंग क्या है 

सट्टा मटका या सट्टा किंग क्या है ये सवाल सभी लोगों के मन में जरुर आता होगा। मटका या जिसे हिंदी में सट्टा भी कहते है या लोगों की भाषा में कहा जाये तब इसे जुआ भी कह सकते है। अंग्रेजी में इसे गैंबलिंग कहा जाता है। ये असल में एक लॉटरी गेम होता है, जिसकी शुरुवात सन 1950 में भारत की आजादी के बाद ही हो गई थी।

बता दें कि इसे उस समय ‘आंकड़ा जुगाड भी कहा जाता था। इसमें समय के साथ साथ काफी बदलाव आये, लेकिन ये नाम मटका इसके साथ रह गया। सट्टा मटका  का स्वर्णिम दौर था दशक 1980  से लेकर 1990 तक जब सट्टा मटका एक बिजनेस में  पूरी तरह बदल गया और अब काफी ज्यादा लोकप्रिय भी बन गया है।

सट्टा मटका एक खेल है और सट्टा किंग उसे कहा जाता है। जो इस खेल को खेलने में माहिर होता है। अब तो टेक्नोलॉजी के साथ ज्यादतार लोग इसे खेलते है, और पैसे जीतते है। सट्टा इंडियन का खेल बन गया है।

ब्लैक सट्टा किंग क्या है?

“सट्टा मटका” या जिसे की सट्टा के नाम से भी जाना जाता है, असल में यह एक पारंपरिक और ऐतिहासिक खेल है,  जो की मूल रूप से भारत देश में विकसित किया गया था , जो की बाद में धीरे धीरे विश्व प्रसिद्ध हो गया। इसलिए ही इसे इंडियन सट्टा मटका नाम से भी बुलाया जाता है। सट्टा मटका 90 के दशक में व्यापक रूप से लोगों के बीच बहुत ही ज्यादा लोकप्रिय बन गया था।

देश के अधिक लोग उस समय इस खेल को खेलते थे। केवल पुरुष ही नहीं बल्कि स्त्रियां , गृहणियां भी सट्टा मटका खेल पर पैसे लगाती थी। साथ ही इसे भाग्य का खेल भी कहा जाता था। वही बहुत ही कम समय में काफी लोग यह खेल खेलकर धनी भी बनते चले गए।

सट्टा मटका का इतिहास –

यदि आपको भी सट्टा मटका का इतिहास के बारे में जानने में दिलचस्पी है। सट्टा मटका की शुरुवात सन 1950 के समय से हो चुकी थी, वहीँ उस समय ज्यादातर लोग रुई के ओपिनिग और क्लोजिंग कीमतों पर सट्टा लगाते थे। काफी लोग इसे जीतते  थे , वही कुछ हारते भी थे।

बता दें कि उस समय, सट्टा मटका में 0-9 तक के नंबर कागज के टुकड़ों पर लिखे जाते थे, फिर उन्हें एक मटके में रखा दिया जाता था।  इसके बाद एक व्यक्ति मटका में से एक कागज़ का टुकड़े को उठाता है और जीतने वाली संख्या को पढ़ता है। समय के साथ सट्टा मटका लॉटरी भी बदली गई। अब, ऑफ़लाइन खेलते समय ताश के पत्तों के एक पैकेट से तीन नंबर निकाले जाते है। वही टेक्नोलॉजी के युग में तो ऑनलाइन सट्टा मटका खेला जाता है।

सट्टा किंग 2022

सट्टा मटका वैसे तो एक प्रकार की लॉटरी ही होती है जिसमें रुई के भाव पर बेटिंग की जाती है। सट्टा किंग केवल एक शब्द है, जिसे की उस लोग को कहा जाता है ,जो की  सट्टा मटका को अच्छे ढंग से खेलना जानता है और साथ में वो लगभग हर बार जीतता भी हो। इसमें इस गेम का असल नाम होता है, सट्टा मटका ही है। लेकिन इसे सट्टा किंग भी कह दिया जाता है।

कल्याणजी भगत ने  ने ही सबसे पहले सट्टा मटका के बारे में बताया था। उन्होंने इस खेल को भाग्य का खेल के रूप में मुंबई  में इसके बारे में सबको परिचित किया था। दुसरे मटका किंग के द्वारा सट्टा मटका के नियम को काफ़ी बदल दिया गया। 

भारत के प्रसिद्ध 3 सट्टा मटका किंग 

भारत में सट्टा मटका  के मुख्य तिन मटका किंग ही आज तक कफी ज्यादा पॉपुलर हुए हैं। 

 कल्याणजी भगत 

 रतन खात्री

 सुरेश भगत 

ये तीनों ही नाम मटका खेल की दुनिया में काफी ज्यादा लोकप्रिय बन गया है। अभी के समय में सट्टा  मटका 2022 का क्रेज काफी ज्यादा बदल चूका है। आप आज के समय में सभी  सट्टा मटका  गेम्स को ऑनलाइन सट्टा मटका website जैसे की Play Bazzar, Play Bajar, Play Bazaar Xyz और दुसरे वेबसाइट में आसानी से देख सकते हैं।

ऐसे लोग जिन्होंने की मटका गैंबलिंग से काफ़ी ज्यादा पैसे कमा चुके होते हैं उन्हें “मटका किंग” के नाम से संबोधित किया जाता है। वहीँ मटका किंग्स की उपाधि केवल तिन लोगों को ही मिली हुई है जिनमें शामिल हैं,जो कल्याणजी भगत ,सुरेश भगत , रतन खात्री  हैं।

सट्टा मटका से जुड़े कुछ शब्द

मटका 

ये शब्द ‘मटका से ही आया है ‘मिटटी के घड़े’ से, क्योंकि उस समय इन घड़ों का उपयोग किया जाता था इसके अंदर ही नंबर डाले जाते थे। 

सिंगल

कोई भी  (संख्या) जो की 0 से 9 के बीच का हो, उन्हे सिंगल संख्या कहा जाता है।

जोड़ी pair

कोई भी pair हो संख्याओं का 00 से 99 के बीच की संख्या को जोड़ा कहा जाता है। जिसमे 2 संख्या हो।

पट्टी 

यह एक तीन संख्या जरूरी संख्या होती है जो की बेटिंग रिजल्ट के जैसे अंत में आती है। सभी three-digit संख्याओं को पट्टी या पन्ना कहते है।

ओपन रिजल्ट और क्लोज रिजल्ट 

बेटिंग के परिणाम को दो हिस्सों में बाँट दिया जाता है – पहला हिस्सा होता है , ओपन और दूसरा हिस्सा होता है क्लोज।

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