SIP kya hai in Hindi ओर SIP मे निवेश कैसे करे

आज के समय मे हर व्यक्ति अपने पैसे को Invest करने की खोज मे कही न कही Mutual Fund ओर SIP का नाम सुन लेता है ओर फिर इंटरनेट पर Search करने लग जाते है की SIP kya hai in Hindi अगर आप भी अपने पैसे को Invest करना चाहते है तो आप सही जगह आए है।

आज के समय मे बचत करना लोगों के लिए एक बहुत बड़ी मुसीबत हो गई है क्योंकि बाजार मे बहुत धोखेबाज़ लोग घूमने लगे है, तब ऐसे मे लोग Gold मे invest करने का सोचते है लेकिन उसके लिए बहुत सारे पैसे चाहिए जो हर किसी के पास नहीं होते है, तब ऐसे मे एक चीज बचती है जिसके जरिए आप अपने पैसे की बचत तो कर ही सकते है ओर साथ साथ उस बचत से कुछ पैसे भी कमा सकते है।

SIP के बारे में तो आपने खूब सुना होगा। टीवी, Newspaper और hoardings पर इसके खूब गुण गाए जाते हैं। ऐसे लगता है कि एसआईपी में पैसा लगा दिया तो बस ये दुगना,चौगुना बढ़ जाएगा। क्या सचमुच में ऐसा होता है? इस post में हम जानेंगे कि आखिर SIP Kya hai Hindi Me ओर SIP मे निवेश करने के क्या फायदे है।

Mutual Funds ओर Share Market मे तो लोग बहुत समय से पैसा invest करते रहे है लेकिन अभी कुछ समय से लोगों के बीच शेयर मार्केट ओर म्यूचूअल फंड मे लोग ज्यादा ही Interest दिखाने लगे है, जिन लोगों को Stock Market के बारे मे जानकारी नहीं होती है या फिर शेयर बाजार की Risk नहीं लेना चाहते है वो Mutual Fund मे इन्वेस्ट करते है।

Mutual Funds मे पैसा लगाने का सबसे अच्छा तरीका है SIP के जरिए पैसे लगाए, इससे आपको पैसा डूबने का डर कम हो जाता है ओर SIP के जरिए आप हम पैसे मे भी अपना पैसा Mutual Funds मे लगा सकते है। Sip मे इन्वेस्ट करने के बहुत से फायदे है, तो चलिए जानते है की सीप क्या होता है।

SIP kya hai Hindi meSip kya hai Hindi mein

SIP(सिस्टेमैटिक इन्वेस्टेमेंट प्लान) से म्यूचुअल फंड में पैसा लगाने का एक smart method है। इस तरीके में आप एक fixed amount को तय समय के अंतर में लगाते रहते हैं। जैसे पांच हजार रुपए का investment हर महीने की पांच तारीख को। हालांकि ये plan monthly के अलावा weekly, daily और quarterly पैसा लगाने की भी सुविधा देता है, लेकिन हम सब महीने में salary पाते हैं इसलिए मासिक SIP ही अच्छा होता है। 

आज कल लोग इंटरनेट पर SIP kya hai बहुत सर्च कर रहे है। SIP, म्यूचुअल फंड में पैसा लगाने का एक समझदारी भरा तरीका है क्योंकि इससे saving की habit पड़ती है और बड़ी आसानी से एक बड़ा fund तैयार हो जाता है। आपने वो कहावत तो सुनी ही होगी की बूँद बूँद से घड़ा भरता है, SIP मे निवेश करना भी कुछ ऐसा ही है। 

SIP के द्वारा बचत करने के लिए आपको एक निश्चित समय मे आपके द्वारा निर्धारित की गई राशि आपके चुने गए म्यूचूअल फंड मे निवेश करनी होती है, ये राशि कितनी भी हो सकती है। आप SIP के द्वारा Mutual Funds मे Rs100 से किसी भी कंपनी का यूनिट खरीद सकते है, ओर Mutual Funds से आप कभी भी अपना पैसा वापिस भी निकाल सकते है। उसके लिए आपको Lock In Period को देखना होगा क्योंकि उतने समय के लिए आप Mutual Funds से पैसा नहीं निकाल सकते है। 

SIP Ka Full Form kya hai

SIP का full form है Systematic Investment Plan (सिस्टेमैटिक इन्वेस्टेमेंट प्लान), SIP का फुल फॉर्म जानने के बाद आप इस निवेश के तरीकों को थोड़ा तो समझ गए होंगे। सिस्टेमैटिक यानी तरीके से निवेश करना।

SIP मे निवेश कैसे करे

Mutual Fund Sip kya hai in hindi – SIP ने mutual fund में निवेश को आसान कर दिया है। क्योंकि अब सिर्फ एक बार की कोशिश से हर महीने म्यूचुअल फंड फंड स्कीम में investment होता जाता है। अब देखते हैं की ये काम कैसे करता है।

    1. SIP के जरिए निवेश करने के लिए आपको म्युचअल फंड में investment का form भरना होगा।
    2. फॉर्म में आप निवेश के method के तौर पर एसआईपी का चुनाव करें।
    3. उसी फॉर्म में आपको auto-debt का mandate देना होगा । इससे आपके खाते से तय रकम हर महीने अपने आप कट जाएगी।
    4. फॉर्म जमा करने के बाद म्यूचुअल(Mutual) फंड कंपनी तय तारीख को रकम आपके खाते account से निकाल लेगी।
    5. इस amount का इस्तेमाल mutual fund scheme की units खरीदने में किया जाएगा। म्यूचुअल फंड फंड यूनिट को उस दिन के price पर खरीदा जाएगा।
    6. चूंकि म्यूचुअल फंड फंड unit का भाव हर दिन बदलता रहा है इसलिए कभी आपको एक यूनिट सस्ते में मिलेगी तो कभी महंगे में। जब ये सस्ते में मिलेगी तो यनिट की संख्या ज्यादा होगी। unit costly होगी तो इसकी संख्या कम हो जाएगी।
    7. इस तरह आपको अलग-अलग भाव पर में mutual fund unit मिलती रहेगी।

Rupee-Cost Averaging

SIP की सबसे खास बात है Rupee cost averaging. यानी औसत भाव पर म्यूचुअल फंड फंड यूनिट्स की खरीदारी। दरअसल इसी फंडे की वजह से SIP को निवेश का safe method माना जाता है। क्योंकि आप बहुत ऊंचे भाव पर म्यूचुअल फंड खरीदने से बच जाएंगे।

जैसा कि मैंने आपको बताया था कि SIP में आपको म्यूचुअल फंड की यूनिट्स अलग-अलग भाव(rate) पर मिलती है। ये कभी महंगी होती है तो कभी ये सस्ती। जब ये सस्ती होती है तो आपको म्यूचुअल फंड फंड की ज्यादा यूनिट मिलती हैं लेकिन जब ये महंगी हो जाती हैं units कम मिलती है। चूंकि आप हर price पर units खरीदते हैं इसलिए आपके लिए mutual fund unit  का average price ना तो बहुत ज्यादा होता है ना बहुत कम।

इस तरह SIP की वजह से औसत भाव पर म्यूचुअल फंड फंड यूनिट्स पाने को Rupee Cost Averaging कहते हैं। इसके चलते आपको शेयर बाजार का सही समय पकड़ने (Timing) की जरूरत नहीं होती है।

SIP के फायदे हिन्दी मे

1) छोटा निवेश- SIP मे आप अपने अनुसार छोटा सा निवेश कर सकते है, सीप Rs100 से भी स्टार्ट की जा सकती है। sip के द्वारा आपको एक निश्चित राशि निश्चित समय मे देना होगा, ऐसा लंबे समय तक करने पर आप बहुत बड़ी राशि प्राप्त कर सकते है। 

अगर आप 1000 की SIP दस साल तक के लिए करते है तो आपको लगभग 300000 मिलेंगे ओर उसके बदले मे आपको 120000 ही इन्वेस्ट करने होंगे वो भी हर महीने, इसलिए Mutual Funds मे Invest करने के लिए SIP एक बेस्ट तरीका है। 

2) निवेश करने में आसानी- SIP मे निवेश करना बहुत ही आसान है, आपको सीप मे निवेश करते वक्त एक अच्छे से Mutual Fund का चुनाव करना होगा, फिर आपको अपने अनुसार एक राशि डालनी होगी जोकि आप हर महीने बचत कर सकते है। ये करने के बाद आपके बैंक अकाउंट से वो राशि अपने आप Mutual Fund को Transfer हो जाएगी। 

3) कम रिस्क- SIP के द्वारा Share Bazaar के जोखिमों को कम किया जा सकता है, जैसे की किसी शेयर का रेट आज Rs100 है ओर हमने सारे पैसें के शेयर एक साथ खरीद लिए ओर कल वह share का रेट कम हो जाता है तो हमे नुकसान होगा, ओर इसकी जगह हम थोड़े थोड़े से शेयर खरीदते है तो शेयर का भाव कम होने पर भी हमे नुकसान नहीं होगा क्योंकि हम उस share को कम रेट पर भी खरीद सकते है।

4) टैक्स मे छूट- SIP के जरिए Tax मे छूट लेने के लिए आपको कम से कम 3 साल तक के लिए आपको अपना पैसा उसमे invest करना होगा ओर 3 साल के बाद पैसे निकालने पर आपको tax नहीं देना होगा ओर Tax मे छूट पा सकते है। 

5) कभी भी पैसे निकालने की सुबिधा- SIP के से आप कभी भी अपने पैसे वापिस निकाल सकते है लेकिन उस Fund मे आपको Lock In Period देखना होगा। 

SIP की विशेषताएं

SIP kya hai in hindi सीप को समझना है तो रिकरिंग डिपॉजिट (recurring deposit) का ख्याल कीजिए, क्योंकि उसमे में इसी तरह एक fixed amount निश्चित अंतराल पर जमा करनी होती है। हालांकि रिकरिंग डिपॉजिट में interest rate भी फिक्स होती है। आइए जानते हैं एसाआईपी के features के बारे में।

आप हर महीने small amount का निवेश कर सकते हैं।

  • एक साल से ऊपर किसी भी period के लिए SIP कराया जा सकता है।
  • इसमें निवेश(Invest) की रकम पहले से ही तय हो जाती है। इसमें बदलाव नहीं होता है।
  • हर महीने के तय तारीख को mutual fund companies आपके खाते से निश्चित रकम निकाल लेती हैं।
  • खाते से पैसा निकालने और म्यूचुअल फंड यूनिट खरीदने का process automatic है।
  • चूंकि ये सिर्फ investment method है इसलिए हर महीने की किस्त अपने आप में एक अलग निवेश है।

आज आपने क्या सीखा

मैं आशा करता हूँ आप लोगों को SIP kya hai Hindi me ओर SIP मे निवेश कैसे करे के बारे में समझ आ गया होगा. मेरा आप सभी से गुजारिस है की आप लोग भी इस जानकारी को अपने पड़ोसी, रिश्तेदारों, अपने मित्रों के साथ Share जरूर करें, जिससे की हम सभी के बीच जागरूकता हो और इससे सबको बहुत लाभ भी मिलेगा। 

अगर आपको हमारी इस पोस्ट SIP क्या होता है in hindi में कहीं कोई कमी दिखाई दे तो कृपया कमेंट बॉक्स में अपनी राय दे कर बताए और हमें उस कमी को सुधारने मे हमारी मदद करें,धन्यवाद.

सिप क्या है और यह कैसे काम करता है?

SIP से म्यूचुअल फंड में पैसा लगाने का एक smart method है। इस तरीके में आप एक fixed amount को तय समय के अंतर में लगाते रहते हैं। जैसे पांच हजार रुपए का investment हर महीने की पांच तारीख को।

सिप कब लेना चाहिए?

Sip को आप कभी भी ले सकते है, इससे sip के रिटर्न मे कुछ भी बदलाव नहीं आता है। आप आपनी sip को अपनी salary आने के बाद की तारिक रख सकते है जिससे की आपका पैसा अछे से इन्वेस्ट होता रहे, लेकिन ध्यान रहे की आपकी सिप की किस्त कभी ना छूटे इससे आपको पेनल्टी भी लग सकती है

क्या मैं 100 रुपये से एसआईपी शुरू कर सकता हूं?

बाजार मे ऐसे बहुत से फंड रहते है जहां पर 100रु से SIP कर सकते है, आप चाहे तो इसे बाद मे बढ़ा भी सकते है।

मैं Digital GuruJi (digitalgurujie.com) ब्लॉग का संस्थापक और एक Professional Blogger और Digital Marketer हूं। यहाँ पर मैं नियमित रूप से अपने पाठकों के लिए SEO, Technology, Internet से जुड़ी जानकारी शेयर करता रहता हु।

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